लॉकडाउन-5 में घटी सूजी की मांग, 6 रुपए किलो सस्ती

जयपुर, 5 जून। लॉकडाउन-5 में सरकार जैसे-जैसे छूट का दायरा बढ़ाती जा रही है, सूजी एवं मैदा की डिमांड काफी घट गई है। यही कारण है कि थोक में सूजी के दाम 24 से 26 रुपए प्रति किलो तक रह गए हैं। दूसरी ओर रिटेल काउंटर्स पर सूजी अभी भी 40 से 44 रुपए प्रति किलो तक बिक रही है। दो सप्ताह के अंतराल में ही सूजी 6 रुपए प्रति किलो सस्ती हो गई है। इसी प्रकार होलसेल में मैदा के भाव 22 से 24 रुपए तथा चक्की आटा 21 से 24 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। मित्तल दलिया के निर्माता मुकुल मित्तल ने बताया कि एफसीआई के खरीद केन्द्रों पर सरकार ने एमएसपी पर तीन जून तक 366.32 लाख टन गेहूं की खरीद कर ली है। पिछले साल एफसीआई ने इसी अवधि तक 341.32 लाख टन गेहूं की खरीद की थी। उल्लेखनीय है कि एफसीआई ने चालू रबी खरीद का लक्ष्य 407 लाख टन रखा है। सरकारी अधिकारियों का कहना है कि खरीद केन्द्रों पर कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। आपको बता दें इस साल देश में गेहूं का रिकार्ड 10.71 करोड़ टन उत्पादन का अनुमान है, जबकि पिछले साल 10.36 करोड़ टन का उत्पादन हुआ था। चालू रबी सीजन में गेहूं का एमएसपी 1925 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित है। इस बीच मिल डिलीवरी दड़ा गेहूं के भाव जयपुर मंडी में 1860 से 1875 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर बने हुए हैं। जानकारों का कहना है कि वर्तमान में आटा, मैदा व सूजी की उपभोक्ता मांग काफी कमजोर है। आटा मिलें अपनी क्षमता का 50 फीसदी उपयोग ही कर पा रही है।