प्रतिकूल मौसम से इस साल भी महंगी बिकेगी छोटी इलायची

जयपुर, 28 जनवरी। चुनावों के चलते कारोबारी गतिविधियां सुस्त पड़ने से इन दिनों छोटी इलायची में फिर से गिरावट का रुख देखा जा रहा है। इसका प्रमुख कारण बाजार में नकदी की किल्लत होने तथा केरल के नीलामी सेंटर्स पर आवक का दबाव बनने से इलायची की कीमतों में नरमी का वातावरण है। स्टॉकिस्टों की बिकवाली आने से छोटी इलायची में फिलहाल भले ही मंदी आ रही है, लेकिन इलायची की घरेलू फसल पर मौसम की मार पड़ने से इसमें नरमी बिल्कुल नहीं है। स्थानीय ड्राई फ्रूट मार्केट स्थित कैलाश चंद सुरेश कुमार के रामअवतार बजाज ने बताया कि दिल्ली में 8 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों की वजह से वहां पर नकदी की किल्लत पैदा हो गई है। परिणामस्वरूप कारोबार लगभग ठप सा हो गया है। यही कारण है कि छोटी इलायची में नरमी का रुख बना हुआ है। जयपुर मंडी में मंगलवार को गायत्री छोटी इलायची 3750 से 3800 रुपए तथा 8 एमएम के भाव 4400 से 4500 रुपए प्रति किलो थोक में बोले गए।

गौरतलब है कि पिछले फसल सीजन में भी छोटी इलायची की पैदावार के समय मौसम प्रतिकूल रहा था। इस बार भी यही स्थिति रहने के चलते इलायची में रिकार्ड तेजी बनने के आसार हैं। भारतीय  स्पाइसेज बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2019-20 की अप्रैल से सितंबर की अवधि में देश से 64.50 करोड़ रुपए मूल्य की 405 टन छोटी इलायची का निर्यात हुआ था, जबकि इससे पूर्व वर्ष की समान अवधि में 178.18 करोड़ रुपए मूल्य की 1425 टन इलायची एक्सपोर्ट हुई थी। दूसरे शब्दों में इस बार छोटी इलायची का निर्यात 72 फीसदी एवं आय 64 प्रतिशत लुढ़क गई है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि छोटी इलायची में प्रबल तेजी के आसार बन सकते हैं। मगर फिलहाल इसमें कुछ दिनों तक मंदी बनी रहेगी।