मैदा मिलों की डिमांड नहीं, दड़ा गेहूं 60 रुपए टूटा

1800 से 1820 रुपए प्रति क्विंटल बिका मिल डिलीवरी

जयपुर, 26 अप्रैल। केन्द्र सरकार द्वारा पीएमजीकेवाई योजना के तहत गरीबों को दो माह का गेहूं और दिए जाने की घोषणा से स्थानीय थोक मंडियों में दड़ा गेहूं 60 रुपए टूट गया। इसके मिल डिलीवरी भाव 1800 से 1820 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। आटा, मैदा एवं सूजी में भी 50 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई। मित्तल दलिया के निर्माता मुकुल मित्तल ने बताया कि सरकार द्वारा निशुल्क गेहूं दिए जाने की घोषणा से गेहूं में मैदा मिलों की डिमांड भी नगण्य रह गई है। वैसे भी राजस्थान में लॉकडाउन के चलते आटा व मैदा की बिक्री नहीं के बराबर है। अलबत्ता सूजी में उपभोक्ता मांग बरकरार है। इस बीच आवक घटने के बावजूद चने में भी नरमी का रुख रहा। दूसरी ओर बढ़िया वाला काबली चना 10000 रुपए प्रति क्विंटल पर लगभग मजबूत बना हुआ है। स्टॉकिस्टों की बिकवाली से तीन दिन के दौरान सरसों सीड में 500 रुपए निकल गए। सरसों मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन सोमवार को 7150 रुपए प्रति क्विंटल रह गई। बीते सप्ताह इसके भाव 7650 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गए थे। समर्थन पाकर एगमार्क सरसों तेल भी 20 से 25 रुपए प्रति टिन सस्ता हो गया। देश भर की मंडियों में आज सरसों सीड की दैनिक आवक घटकर मात्र डेढ़ लाख बोरी रह गई।