किसानों की मुसीबत बना चने का रिकार्ड उत्पादन

गत वर्ष के मुकाबले चना 40 फीसदी सस्ता

जयपुर, 18 जून। देश में चने का बंपर उत्पादन इस बार किसानों के लिए बड़ी मुसीबत लेकर आया है। पिछले साल की तुलना में किसानों को चने के दाम करीब 40 प्रतिशत कम मिल रहे हैं। गत वर्ष अप्रैल में राजस्थान की मंडियों में चने की औसत कीमत लगभग 5900 रुपए प्रति क्विंटल थी, जबकि इस साल वर्तमान में चने के भाव घटकर 3500 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास आ गए हैं। यह गिरावट तकरीबन 40 फीसदी के करीब है। ज्ञात रहे चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य 4400 रुपए प्रति क्विंटल है। कृषि मंत्रालय के मुताबिक देश में इस बार चने का रिकार्ड 1.10 करोड़ टन उत्पादन हुआ है। इस प्रकार देश के चना किसानों को करीब 6000 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ेगा।

उल्लेखनीय है कि इस साल चने की कुल पैदावार 1.10 करोड़ टन हुई है। सरकार ने चना खरीद का लक्ष्य 424.4 लाख क्विंटल रखा है। यानी इसके बाद जो चना बचता है, वह ओपन मार्केट में बेचा जाएगा और उसका भाव बाजार तय करेगा। चने का एमएसपी 4400 रुपए प्रति क्विंटल है और मार्केट प्राइस 3400 से 3500 रुपए प्रति क्विंटल के बीच है। इस प्रकार हर एक क्विंटल पर किसान को लगभग 1000 रुपए प्रति क्विंटल का नुकसान उठाना पड़ रहा है। सरकारी खरीद के बाद 685.6 लाख क्विंटल चना ओपन मार्केट में बिकेगा। इस प्रकार किसानों को करीब 6000 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ेगा। इस बीच सोमवार को मिल डिलीवरी चना 3700 रुपए प्रति क्विंटल पर 100 रुपए उछल गया। मूंग साबुत भी 150 रुपए की तेजी के साथ 5050 रुपए प्रति क्विंटल बेचा जा रहा था।