कंपनियों के पास एसएमपी व देशी घी का भारी स्टॉक

बिक्री नहीं होने से कीमतों में लगातार गिरावट

जयपुर, 24 अगस्त। वर्तमान में देशी घी की बिक्री सामान्य से भी काफी कम बनी हुई है। निजी डेयरियों के पास घी एवं मिल्क पाउडर का भारी स्टॉक जमा होता जा रहा है। कंपनियां बाजार में भाव घटाकर घी की रेट दे रही हैं, फिर भी ग्राहकी का अभाव देखा जा रहा है। उपभोक्ता मांग ठंडी होने से घी के छोटे प्लांट तो बंद होते जा रहे हैं। एक सप्ताह के दौरान ब्रांडेड घी में 50 रुपए प्रति टिन और निकल गए। कृष्णा घी थोक में 4950 रुपए प्रति 15 किलो बिक गया। ब्रोकर दिनेश जाजू ने बताया कि त्योहार पर भी घी के खरीदार नहीं हैं। कारोबारी विवेक रावत के अनुसार स्किम्ड् मिल्क पाउडर (एसएमपी) की कीमतें नीचे आकर 160 से 195 रुपए प्रति किलो रह गई हैं। वनस्पति घी की बिक्री को जैसे सांप सूंघ गया है। वनस्पति घी 25 रुपए और मंदा होकर 990 रुपए प्रति 15 लीटर जीएसटी पेड बेचा गया। विजय सॉल्वेक्स अलवर के मार्केटिंग मैनेजर महेश माखीजा कहते हैं कि घी व तेल में इन दिनों बिल्कुल डिमांड नहीं हैं। ऐसा समय तो कभी नहीं देखा। उन्होंने कहा कि व्यापारी को हर खरीद पर नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस बीच स्टॉकिस्टों की बिकवाली से सरसों सीड में 75 रुपए निकल गए। सरसों मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन के भाव यहां 4300 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास रह गए।