म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री पर कोरोना का असर

फ्रैंकलिन टैम्पलटन ने 6 डेट फंड बंद किए, निवेशकों के 28000 करोड़ अटके

जयपुर, 24 अप्रैल। कोरोना वायरस महामारी का असर अब म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री पर भी दिखने लगा है। देश के जाने माने म्यूचुअल फंड फ्रैंकलिन टैम्पलटन इंडिया ने अपने 6 डेट फंड बंद कर दिए हैं। इससे निवेशकों के करीब 28,000 करोड़ रुपए अटक गए हैं। फंड हाउस का यह फैसला 23 अप्रैल से लागू हो गया है। इसका मतलब है कि 24 अप्रैल यानी आज से निवेशक इस फंड से अपना पैसा नहीं निकाल पाएंगे और ना ही कोई नया निवेश कर पाएंगे।

कब मिलेगा निवेशकों का पैसा

फंड हाउस ने जिन 6 स्कीम्स को बंद कर दिया है, निवेशक फिलहाल उससे अपना पैसा नहीं निकाल पाएंगे। उन्हें तब तक इंतजार करना होगा जब तक उस स्कीम की अवधि होगी। मान लीजिए किसी ने एक साल के लॉक इन पीरियड वाली स्कीम में निवेश किया है तो उसे कम से कम एक साल का इंतजार करना ही होगा। फ्रैंकलिन टैम्पलटन के अध्यक्ष संजय सप्रे ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से बॉन्ड मार्केट से लिक्विडिटी लगभग खत्म हो गई है। डेट सीक्युरिटीज का यील्ड बहुत बढ़ गया है, जिसकी वजह से कंपनियां अब इसे जारी नहीं रख पा रही हैं। म्यूचुअल फंड पर रिडम्पशन का दबाव ज्यादा है, क्योंकि सब अपना पैसा निकालना चाहते हैं। फंड में किसी तरह का कोई ट्रांजैक्शन नहीं होगा। सप्रे ने कहा कि कंपनी के पास फंड बंद करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं था। मौजूदा स्थिति से निपटने का यही रास्ता था।