मंडियों में आवक घटने से दड़ा गेहूं 2125 रुपए बिका

कांडला पोर्ट पर गेहूं के भाव 2280 रुपए प्रति क्विंटल पर मजबूत

जयपुर, 23 नवंबर। राज्य की उत्पादक मंडियों में इन दिनों गेहूं की आवक में भारी कमी देखी जा रही है। परिणामस्वरूप गेहूं की कीमतें फिर से उछलने लगी हैं। जयपुर मंडी में मिल डिलीवरी दड़ा गेहूं मंगलवार को 25 रुपए उछलकर 2125 रुपए प्रति क्विंटल नैट में बिक गया। इसमें और तेजी के आसार व्यक्त किए जा रहे हैं। इस बीच उत्पादक मंडियों महुआ, मंडावर, दौसा, लालसोट, भरतपुर, खेरली, अलवर, नदबई एवं खैरथल आदि में लूज गेहूं के भाव 1950 से 2200 रुपए प्रति क्विंटल पर मजबूत बोले जा रहे हैं। मित्तल दलिया के निर्माता मुकुल मित्तल ने बताया कि बाजार में एफसीआई के टेंडर का गेहूं 2000 रुपए प्रति क्विंटल में आने से दड़ा गेहूं में ज्यादा तेजी नहीं आ सकी है। उधर कांडला पोर्ट पर गेहूं के भाव 2280 रुपए प्रति क्विंटल पर मजबूत बताए जा रहे हैं। इधर राजस्थान में गेहूं की बिजाई लगभग पूरी हो गई है। उत्तर प्रदेश एवं बिहार के कुछ इलाकों में पछेती बारिश होने से गेहूं की फसल लेट हो सकती है। चालू सीजन में देश में गेहूं का रिकार्ड उत्पादन 1100 लाख टन पहुंचने के बावजूद पिछले साल के मुकाबले इस बार गेहूं की कीमतें करीब 250 रुपए प्रति क्विंटल अधिक चल रही हैं। जानकारों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गेहूं के भाव 380 डालर प्रति टन पहुंचने से निर्यात को प्रोत्साहन मिला है। मित्तल ने कहा कि विदेशी बाजारों में गेहूं की कीमतें ऊंची होने से भारतीय गेहूं की कदर बढ़ गई है। यही कारण है कि पिछले दो माह से गेहूं में रुक-रुककर तेजी आ रही है।