सरसों का स्टॉक खाली करने लगे किसान

मंडियों में सीड की दुगुनी आवक

जयपुर, 22 अगस्त। राजस्थान की मंडियों में इन दिनों सरसों सीड की दैनिक आवक बढ़कर लगभग दुगुनी हो गई है। दो-तीन दिन पहले तक भरतपुर मंडी में प्रतिदिन 2000 बोरी सरसों उतर रही थी, जो कि अचानक बढ़कर 5000 बोरी हो गई है। खेरली मंडी में 1500 बोरी से बढ़कर 3500 बोरी तथा खैरथल मंडी में 2000 से बढ़कर 3000 बोरी सरसों रोजाना आने लगी है। जानकारों के मुताबिक बारिश अच्छी होने से आगे बिजाई के आसार भी बेहतर बनेंगे। इस कारण किसान अपना माल मंडियों में ला रहा है। हालांकि सरसों मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन के भाव आज 4180 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास स्थिर बने हुए थे। निवाई मंडी में लूज सरसों 3830 रुपए प्रति क्विंटल बोली जा रही थी। जयपुर में सरसों खल प्लांट के भाव 1875 रुपए क्विंटल पर मजबूती लिए हुए थे।

इस बीच सैंट्रल ऑर्गेनाईजेशन ऑफ ऑयल इंडस्ट्रीज एंड ट्रेड (कुईट) तथा मस्टर्ड ऑयल प्रॉड्यूशर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (मोपा) के संयुक्त तत्वावधान में नई दिल्ली में आज क्रॉप एस्टीमेट को लेकर एक राष्ट्रीय स्तर की बैठक हुई, जिसमें मस्टर्ड क्रॉप का उत्पादन  पिछले कारोबारी अनुमान से साढे छह लाख टन कम बताया गया।  मरुधर ट्रेडिंग एजेंसी के अनिल चतर ने कहा कि पूर्व में देश में सरसों का उत्पादन अनुमान 87.50 लाख टन आंका गया था, जो कि अब यह रिवाईज होकर 81 लाख टन रह गया है। ऐसी स्थिति में सरसों की कीमतों में मंदी नहीं आएगी। गौरतलब है कि दिवाली के आसपास सरसों की बिजाई शुरू होगी तथा नई सरसों फरवरी मार्च से पहले नहीं आएगी। परिणामस्वरूप में सरसों व सरसों तेल में मंदी के आसार समाप्त हो गए हैं।