एक्सपोर्ट डिमांड से सौंफ में 50 रुपए किलो की तेजी

मंडी में गुरुवार को मशीनक्लीन सौंफ 210 से 320 रुपए प्रति किलो बिकी

जयपुर, 25 मई। एक्सपोर्ट डिमांड के चलते इन दिनों सौंफ के भावों में मजबूती का रुख देखा जा रहा है। एक माह के दौरान सौंफ में तकरीबन 50 रुपए प्रति किलो की तेजी आ चुकी है। हालांकि सौंफ में 50 रुपए की तेजी आने के बाद इसमें 20 रुपए प्रति किलो नीचे भी आ गए हैं। जयपुर मंडी में अनकटिंग सौंफ 170 से 200 रुपए तथा मशीनक्लीन सौंफ के भाव गुरुवार को 210 से 320 रुपए प्रति किलो पर मजबूत बोले जा रहे थे। लालसोट मंडी स्थित प्रमुख फर्म ब्रजमोहन सीताराम अग्रवाल के जगदीश अग्रवाल ने बताया कि इन दिनों अधिकांश सौंफ चीन को निर्यात की जा रही है। वर्तमान में सौंफ की घरेलू खपत नगण्य है। सौंफ मसाले की एक प्रमुख फसल है। जैसा कि सर्वविदित है सौंफ का उपयोग अचार बनाने और सब्जियों में खुशबू और जायका बढ़ाने में किया जाता है। अग्रवाल ने बताया कि देश में इस वर्ष करीब 18 लाख बोरी सौंफ का उत्पादन हुआ है, जो कि गत वर्ष की तुलना में लगभग समान ही है।

देश में सौंफ की घरेलू खपत 10 लाख बोरी के आसपास ही है। यदि निर्यात मांग नहीं निकलती तो सौंफ में अच्छी खासी गिरावट आ सकती थी। आयुर्वेद के अनुसार सौंफ एक त्रिदोष नाशक औषधि है। सौंफ को देश के अलग-अलग हिस्सों में भिन्न-भिन्न नामों से जाना जाता है। राजस्थान में सौंफ की बिजाई दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के पाली, जालौर, सिरोही एवं बाड़मेर जिले में होती है। दौसा एवं लालसोट के कुछ हिस्सों में भी सौंफ की खेती की जाती है।