राजस्थान, मध्य प्रदेश की मंडियों में नई मक्की का श्रीगणेश

बिहार की हरियाणा डिलीवरी मक्का 2250 रुपए प्रति क्विंटल बिकी

जयपुर, 4 अक्टूबर। राजस्थान एवं मध्य प्रदेश की उत्पादक मंडियों में नई मक्का की सीमित आवक शुरू हो गई है। उक्त दोनों राज्यों की मंडियों में लगभग 50 हजार बोरी नई मक्का प्रतिदिन आ रही है। राजस्थान की कोटा एवं बारां मंडी में नई मक्का के भाव 1400 से 1800 रुपए प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं। हालांकि नई मक्का में 20 से 40 फीसदी तक नमी बताई जा रही है। जयपुर मंडी में मंगलवार को मक्का के भाव 50 रुपए नीचे आकर 2050 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास आ गए हैं। स्थानीय राजधानी मंडी कूकरखेड़ा स्थित ब्रोकर विजय माहेश्वरी ने बताया कि तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट, एवं आंध्र प्रदेश में भी नई मक्का की छिटपुट आवक प्रारंभ हो गई है। बिहार की स्टॉक वाली मक्का की भी अच्छी आवक चल रही है। यही कारण है कि मक्का में अभी 150 रुपए प्रति क्विंटल और निकल सकते हैं। माहेश्वरी ने कहा कि बिहार की हरियाणा डिलीवरी मक्का वर्तमान में 2250 रुपए तथा उत्तर प्रदेश की मक्का 2100 से 2150 रुपए प्रति क्विंटल में सौदे हो रहे हैं। जानकार बताते हैं कि बिहार, महाराष्ट, एवं उत्तर प्रदेश की मंडियों में किसानों के पास मक्की का पर्याप्त स्टॉक है। मंडियां भी अटी पड़ी हैं। अधिक पैदावार का नतीजा यह हो रहा है कि डिमांड से ज्यादा सप्लाई है। ऐसे में मक्की का भाव गिरना लाजिमी है। इसके अलावा दुनिया के कई देशों में इस बार मक्की का बंपर उत्पादन हुआ है। आने वाले दिनों में मक्की के दाम बढ़ने की संभावना इसलिए भी नहीं है क्योंकि बड़े-बड़े निर्यातक और व्यापारियों ने पहले ही मक्की का भरपूर स्टॉक कर लिया है। इस बीच विशेषज्ञ मानते हैं कि इस साल मक्की का निर्यात तेजी से गिर सकता है। क्योंकि मुख्य उत्पादक देशों में मक्का की बंपर उपज है। एक अनुमान के अनुसार इस साल दुनिया में 1200 लाख टन मक्की का उत्पादन बढ़ सकता है। अमेरिकी कृषि विभाग के मुताबिक भारत से इस साल मक्की का निर्यात 40 लाख टन से गिरकर 36 लाख टन तक जा सकता है। दुनिया के देशों में मक्की के दामों में गिरावट का असर भारत में भी देखा जा सकता है। हालांकि सरकार ने मक्की का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1962 रुपए प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।