नवरात्रा की डिमांड आने से सावंकिया चावल के भाव बढ़े

रिटेल काउंटर्स पर पैकिंग में 125 से 135 रुपए प्रति किलो बिक रहा सामक

जयपुर, 24 सितंबर। नवरात्रि के लिए रिटेलर्स की डिमांड निकलने से इन दिनों सामक (सांवकिया) के भाव उछलने लगे हैं। सामक को सवां के चावल भी कहा जाता है। महाराष्ट्र में इसे भगर एवं गुजराती में मोरियो कहते हैं। मुख्य रूप से व्रत, उपवास में उपयोग में आने वाला सामक वर्तमान में 110 रुपए प्रति किलो थोक में बिकने लगा है। रिटेल काउंटर्स पर इसके भाव क्वालिटीवाइज 125 से 135 रुपए प्रति किलो (पैकिंग) में बोले जा रहे हैं। हाल ही सामक की कीमतों में करीब 5 रुपए प्रति किलो की मजबूती आई है। डिमांड को देखते हुए इसमें और तेजी के आसार व्यक्त किए जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि वजन घटाने एवं शुगर में बेहद फायदेमंद सामक की इन दिनों अच्छी डिमांड है। राजधानी कृषि उपज मंडी स्थित महालक्ष्मी ट्रेडिंग कंपनी के चिराग अग्रवाल ने बताया कि सामक का उत्पादन मुख्य रूप से नासिक (महाराष्ट्र) में होता है। व्रत में सामक की खीर, इडली, डोसा, पूरी एवं खिचड़ी आदि बनाई जाती है। बंगाल में श्यामा चावल के नाम से बिकने वाला यह चावल घास का बीज है, जो कि पौष्टिक तत्वों से भरपूर है। चावल की खेती के साथ ही इसकी पैदावार होती है। जानकारों के मुताबिक सावां चावल का उपयोग इम्युनिटी बढ़ाने, वजन घटाने, शुगर कंट्रोल आदि में मुख्य रूप से होता है। इसमें आयरन एवं फास्फोरस की मात्रा भी अधिक होती है। चावल के मुकाबले कार्बोहाइड्रेट कम होता है। लिहाजा सामक का उपयोग इन दिनों वृहद रूप से होने लगा है।