तेल, तिलहन व्यापारियों एवं मिलर्स को अब घोषित करना होगा स्टॉक

पोर्टल आज सुबह 9 बजे से विवरण अपलोड करने के लिए उपलब्ध होगा

नई दिल्ली, 26 सितंबर। केन्द्र सरकार ने तेल व तिलहन के छोटे बड़े व्यापारियों, मिलर्स एवं प्रोसेसर्स के लिए साप्ताहिक आधार पर अपने वर्तमान स्टॉक का विवरण घोषित करना अनिवार्य कर दिया है। व्यापारियों एवं मिलर्स को खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के पोर्टल पर अपना ब्यौरा दर्ज करना होगा। यह पोर्टल 27 सितंबर की सुबह 9 बजे से स्टॉक विवरण अपलोड करने के लिए उपलब्ध होगा। सर्वप्रथम उपयोगकर्ताओं को यूजरनेम एवं पासवर्ड बनाना होगा। जिसे मोबाइल तथा ई-मेल ओटीपी द्वारा प्रमाणित किया जाएगा। स्टॉक का विवरण मीट्रिक टन में देना होगा। रिफाइनर्स, मिलर्स, एक्सट्रैक्टर्स, स्टॉकिस्ट तथा थोक विक्रेता को स्टॉक का विवरण भरना होगा। लेकिन तेल व तिलहन के आयातकों को स्टॉक का ब्यौरा घोषित करने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि सरकार फिलहाल स्टॉक सीमा लगाने की जल्दबाजी में नहीं है। कमोडिटी के अनुरूप स्टॉक के विवरण का चयन किया जाना चाहिए। स्टॉक का आंकड़ा साप्ताहिक आधार पर अपलोड करना होगा। सरकार का मुख्य उद्देश्य खाद्य तेल व तिलहनों की कीमतों को नियंत्रित करना है। उल्लेखनीय है कि घरेलू एवं वैश्विक बाजार में खाद्य तेलों व तिलहनों के भाव उछलकर रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। सरकार ने तेलों के दाम घटाने के लिए पिछले कुछ महीनों के दौरान अनेक कदम उठाए हैं। मगर इसका कोई खास असर नहीं हुआ है। यही कारण है कि सरकार को साप्ताहिक आधार पर खाद्य तेलों के स्टॉक का विवरण मांगना पड़ा। इससे देश में तिलहनों की कुल उपलब्ध मात्रा का आंकलन करना आसान हो जाएगा।