ऊंचे भावों पर देशी घी की डिमांड नहीं, कृष्णा ने भाव घटाए

महंगे दामों का दूध लेकर अधिकांश प्लांट प्रोसेसिंग भी नहीं कर रहे

जयपुर, 7 सितंबर। उपभोक्ता मांग कमजोर होने से ब्रांडेड देशी घी की कीमतों में मामूली गिरावट का रुख देखा जा रहा है। री-सेल में कृष्णा घी तीन रुपए प्रति किलो घटाकर बेचा गया। इस बीच उत्तर भारत की डेयरियों में नए सीजन के लिए प्रोसेसिंग शुरू हो गई है। ऊंचे भावों पर देशी घी की लिवाली वर्तमान में ठंडी पड़ी है। प्लांटों में लिक्विड् दूध की उपलब्धि क्षमता के अनुरूप नहीं हो रही है। मगर ऊंचे भावों का दूध लेकर अधिकांश प्लांट प्रोसेसिंग भी नहीं कर रहे हैं। मदर चॉइस देशी घी के निर्माता श्री राम मिल्क फूड डेयरी इंडस्ट्रीज इंदौर के राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश देख रहे एरिया सेल्स मैनेजर सर्वेश कुमार दुबे ने बताया कि उत्तर भारत के कुछ प्लांटों में नया उत्पादन शुरू होने से हालांकि घी में मामूली गिरावट आई है, लेकिन दिवाली तक देशी घी की कीमतों में मजबूती ही बनी रहेगी। अलबत्ता स्किम्ड् मिल्क पाउडर के भावों में कमजोर लिवाली के चलते नरमी का रुख देखा गया। जानकारों का कहना है कि किसी भी प्लांट एवं फैडरेशन के पास फैट्स का स्टॉक नहीं है। इसके बावजूद ऊंचे दामों पर ग्राहकी नगण्य रहने से देशी घी में अब और तेजी नहीं आएगी। वर्तमान में 30 आरएम का देशी घी 8600 रुपए प्रति टिन के आसपास बोला जा रहा है। इसमें भी कंपनियों के पड़ते नहीं लग रहे हैं। उधर दिल्ली एवं एनसीआर में देशी घी की चालानी मांग काफी घट गई है। यही कारण है कि डिमांड नहीं निकली तो निर्माता कंपनियां घी के भाव घटा सकती हैं।