मंडियों में गेहूं की आवक नगण्य, तेजी बरकरार

आटा, मैदा व सूजी में ग्राहकी कमजोर

जयपुर, 8 दिसंबर। प्रदेश की मंडियों में इन दिनों गेहूं की आवक नहीं के बराबर है। यही कारण है कि दड़ा गेहूं में तेजी बरकरार है। जयपुर मंडी में मिल डिलीवरी दड़ा गेहूं 2160 रुपए प्रति क्विंटल पर मजबूती लिए हुए था। हालांकि आटा, मैदा व सूजी में ग्राहकी नगण्य बताई जा रही है। कमजोर लिवाली के चलते मूंग व चने में गिरावट दर्ज की गई। मिल डिलीवरी मूंग 4800 से 5500 रुपए प्रति क्विंटल बेचा गया। इसी प्रकार मिल डिलीवरी चने के भाव भी 4500 रुपए प्रति क्विंटल पर घटाकर बोले जा रहे थे। एक सप्ताह के दौरान साबुत मूंग में 300 रुपए प्रति क्विंटल निकल गए। मूंग मोगर 6800 रुपए तथा मूंग छिलका दाल के भाव थोक में 6400 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास बताए गए। मित्तल दलिया के निर्माता मुकुल मित्तल ने बताया कि एफसीआई का गेहूं बाजार में आने के कारण दड़ा गेहूं में तेजी थम गई है। वर्तमान में हरियाणा से एफसीआई का गेहूं राजस्थान की आटा मिलों में 2030 रुपए प्रति क्विंटल मंडी टैक्स अलग में आ रहा है। दूसरी ओर कैटलफीड मार्केट में ऊंचे भावों पर ग्राहकी नहीं होने से पशु आहार जिंसों में नरमी का रुख बना हुआ है। जयपुर पहुंच बंगाल तिल्ली 8400 रुपए तथा सफेद तिल्ली 12000 रुपए प्रति क्विंटल बिकने की खबर है। बिनौला खल 25 रुपए मंदी होकर 2350 से 2450 रुपए प्रति क्विंटल रह गई। उधर किराना बाजार में फूल मखाना 580 रुपए प्रति किलो थोक में बेचा गया। केसर के दाम 127 रुपए प्रति ग्राम बोले गए।