तेजा लालमिर्च 10 रुपए प्रति किलो तेज, 175 रुपए बिकी

निर्यातकों की लिवाली सीमित होने के बावजूद मिर्च में तेजी बरकरार

जयपुर, 2 अगस्त। चीन के लिए निर्यात मांग निकलने से स्थानीय थोक मंडियों में लालमिर्च की कीमतों में मजबूती बरकरार है। राजधानी कृषि उपज मंडी में तेजा लालमिर्च एक सप्ताह के दौरान 10 रुपए उछलकर वर्तमान में 175 रुपए प्रति किलो के आसपास पहुंच गई है। हालांकि थ्री थर्टी फोर (334) लालमिर्च 5 रुपए की बढ़त के साथ 120 रुपए प्रति किलो बिक रही है। कूकरखेड़ा मंडी स्थित थोक कारोबारी बद्रीनारायण माधोलाल के लक्ष्मीनारायण डंगायच ने बताया कि आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना में मिर्च की बुआई शुरू हो गई है। इस साल लालमिर्च के भाव आकर्षक होने के कारण किसान मिर्च की खेती के लिए उत्साहित बताए जा रहे हैं। चालू सीजन के लिए लालमिर्च के बीजों की मांग को देखते हुए अनुमान है कि मिर्च की बिजाई में 10 से 20 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। उधर उत्तर प्रदेश एवं पंजाब में इस वर्ष तेजा लालमिर्च का उत्पादन अधिक हुआ है। तेलंगाना एवं आंध्र प्रदेश की मंडियों में निर्यातकों की लिवाली सीमित होने के बावजूद लालमिर्च में तेजी को बल मिल रहा है। हालांकि बंग्लादेश में पुन: लॉकडाउन लगने के कारण निर्यातकों की पूछपरख प्रभावित हुई है। आंध्र प्रदेश की गुंटूर तथा तेलंगाना की वारंगल मंडी में नई लालमिर्च का श्रीगणेश दिसंबर में हो जाता है। जयपुर मंडी में गुंटूर की नई मिर्च की आवक जनवरी से पहले होने की संभावना नहीं है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस साल भारतीय लालमिर्च के भाव पिछले वर्ष के मुकाबले 33 फीसदी ज्यादा हैं। लिहाजा कहा जा सकता है कि लालमिर्च की कीमतें फिलहाल मजबूत ही बनी रहेंगी।