जैतारण में श्री रूपरजत पावनधाम का शुभारंभ 3 अप्रैल को

जयपुर, 13 मार्च लोकमान्य संत मुनि रूप रजत महाराज साहब की पावन स्थली का उद्घाटन तीन अप्रैल को प्रात: 9 बजे होगा। जैतारण (पाली) स्थित श्री मरुधर केसरी पावन धाम के इस शुभारंभ के मौके पर राजस्थान के राज्यपाल महामहिम कलराज मिश्र मुख्य अतिथि होंगे। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत समारोह की अध्यक्षता करेंगे। प्रमुख शासन सचिव कुलदीप रांका, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर तथा एसएमएस होस्पीटल एंड मेडिकल कॉलेज के प्रिंसीपल एंड कंट्रोलर डा. सुधीर भंडारी इस मौके पर अति विशिष्ट अतिथियों के रूप में उपस्थित रहेंगे।

श्री मरुधर केसरी स्थानकवासी जैन यादगार समिति ट्रस्ट जैतारण के कॉर्डिनेटर अनिल चतर ने बताया कि अन्य विशिष्ट अतिथियों में राजसमंद सांसद राजकुमारी दियाकुमारी, पाली सांसद पी.पी. चौधरी, राज्यसभा सांसद रामनारायण डूडी, जैतारण विधायक अविनाश गहलोत, पाली के पूर्व सांसद पुष्प जैन, पाली विधायक ज्ञानचंद पारख, सोजत सिटी विधायक शोभा चौहान, जैतारण नगर पालिका चेयरमैन मंजू गहलोत, पाली कलेक्टर दिनेश चंद जैन, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बी.एल. सोनी, साल होस्पीटल अहमदाबाद के चेयरमैन डा. राजेन्द्र शाह एवं बीओएल टैक्सास (यूएसए) के डा. अभिषेक तातेड़ मुख्य हैं।

मुनि रूपचंद महाराज साहब रजत का संक्षिप्त परिचय

14 अगस्त 1928 में नाडोल जिला पाली राजस्थान में जन्मे महाराज रूपचंदजी की माता का नाम मोतीबाई तथा पिता का नाम भैरूपुरी चौहान था। मुनि का सांसारिक नाम रूपपुरी था। उन्होंने 30 जनवरी 1942 को सूर्यनगरी जोधपुर में दीक्षा ग्रहण की। आपने जनकल्याण हेतु किए गए कार्यों के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए लोकमान्य संत, शेरे राजस्थान, अहिंसा दिवाकर, प्रज्ञा पुरुषोत्तम, राष्ट्र संत आदि दायित्व पूर्ण वरिष्ठ प्रवर्तक पदों को सुशोभित किया। आपने 3000 से अधिक पृष्ठीय ग्रंथों की रचना की, जिसमें मारवाड़ी भाषा को महत्व दिया गया। 170 से ज्यादा गौशालाएं मुनि की प्रेरणा से गतिमान हैं। इनमें लगभग एक लाख गायों का पालन हो रहा है। आपने 35 स्थानों पर हिंसक पशु बलि बंद कराई। आपकी प्रेरणा से अनेक विद्यालय, चिकित्सालय एवं सामुदायिक सेवा केन्द्र विकसित हैं। आपने 6 चतुर्मास गुरुदेव मोतीलालजी महाराज साहब के साथ एवं 35 चतुर्मास श्रृद्धेय मरुधर केसरी महाराज साहब के सानिघ्य में हुए। 76वां चतुर्मास जैतारण में हुआ। इसी वर्ष 18 अगस्त 2018 में आपका देवलोक गमन हुआ।