देश में इस साल 76 लाख टन सरसों उत्पादन का अनुमान
जयपुर, 6 मार्च। देश में इस वर्ष करीब 76 लाख टन सरसों उत्पादन की संभावना है। यह अनुमान मस्टर्ड ऑयल प्रॉड्यूशर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (मोपा) एवं सेंट्रल ऑर्गेजाईजेशन ऑफ ऑयल इंडस्ट्री एंड ट्रेड (कुईट) नई दिल्ली द्वारा क्रॉप एस्टीमेट कमेटी की बैठक में हाल ही जारी किया गया। मोपा के अध्यक्ष बाबूलाल डाटा ने कहा कि पिछले साल भी देश में लगभग 76 लाख टन सरसों की पैदावार हुई थी। उन्होंने कहा कि सर्दी लंबे समय तक रही तथा सरसों की बिजाई भी देरी से हुई। संयुक्त सचिव अनिल चतर ने बताया कि देश भर में सरसों पैदावार के सर्वे के लिए 60 सदस्यों की 8 टीमें बनाई गईं थी। जिन्होंने देश के उत्पादन केन्द्रों पर जाकर सरसों पैदावार की जानकारी ली तथा उत्पादन के आंकड़े जुटाए।
देश की सभी उत्पादक मंडियों में इन दिनों तकरीबन दो लाख बोरी सरसों की प्रतिदिन आवक होने के समाचार हैं। सरसों की आवक का प्रैशर 20 मार्च बाद बनने के आसार हैं। फिलहाल नई सरसों में 10 से 18 फीसदी की नमी आ रही है। मंडियों में लूज सरसों के भाव 3700 से 3750 रुपए प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं। अलबत्ता नई सरसों में इस साल तेल की मात्रा गत वर्ष के मुकाबले एक से डेढ़ फीसदी ज्यादा है। इस बार एक मार्च को सरसों का कैरीओवर स्टॉक 6 लाख टन के आसपास रहने की संभावना है। सरसों सीड मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन के भाव शुक्रवार को 4175 रुपए प्रति क्विंटल पर मजबूती लिए हुए थे।
देश में कहां कितना उत्पादन
प्रदेश पैदावार
राजस्थान 32.00
उत्तर प्रदेश 13.00
पंजाब व हरियाणा 10.00
गुजरात 03.00
मध्य प्रदेश 06.00
प. बंगाल 04.00
इंस्टर्न इंडिया, अन्य 07.00
(आंकड़े लाख टन में)