बैंक मर्जर, 1 अप्रैल से ये 10 बैंक मिलाकर बन जाएंगे 4 बैंक

जयपुर, 31 मार्च (ब्यूरो रिपोर्ट) देश में एक अप्रैल से दस बैंकों के मर्जर के बाद यह चार बैंकों में बदल जाएंगे। इसके साथ ही भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या 2017 में 27 से घटकर 12 रह जाएगी। इन बैंकों को 55 हजार 250 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। इसमें से अकेले पंजाब नेशनल बैंक को 16 हजार करोड़ रुपए मिलेंगे।

किस बैंक का किस में होगा मर्जर

ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाईटेड बैंक ऑफ इंडिया का पंजाब नेशनल बैंक में मर्जर होगा। इसके बाद यह 17.95 लाख करोड़ रुपए के व्यापार और 11437 शाखाओं के साथ देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा।

कैनरा बैंक का सिंडीकेट बैंक में विलय होगा। दोनों के मर्जर के बाद यह देश का चौथा सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बेंक बन जाएगा। इसकी पूंजी 15.20 लाख करोड रुपए होगी तथा देश भर में इसकी 10324 शाखाएं होंगी।

यूनियन बैंक, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक को मिलाकर एक बैंक बनेगी। ये भारत का पांचवां सबसे बड़ा सरकारी क्षेत्र का बैंक होगा। जिसका कारोबार 14.59 लाख करोड़ रुपए का होगा। इसकी देश भर में 9609 ब्रांचेज होंगी।

इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक का विलय हो जाएगा और इसकी व्यापार पूंजी 8.08 लाख करोड़ रुपए होगी।

कस्टमर्स पर क्या होगा असर

1 अकाउंट नंबर और कस्टमर आईडी में बदलाव हो सकता है।

2 मर्जर के बाद यदि किसी इलाके में बैंक की दो शाखाएं हैं तो उनमें से एक को बंद किया जा सकता है।

3 एसआईपी या लोन की ईएमआई के लिए नया फॉर्म भरना पड़ सकता है।

4 चैक बुक, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड नए जारी हो सकते हैं।

5 फिक्सड् डिपोजिट एवं रेकरिंग डिपोजिट के ब्याज में कोई फर्क नहीं पड़ेगा।