मुहाना मंडी में प्याज 10 से 18 रुपए प्रति किलो

जयपुर, 7 अप्रैल। प्याज की कीमतें एक बार फिर नीचे आ गई हैं। जयपुर की मुहाना फल-सब्जी मंडी में करीब 50 गाड़ी प्याज प्रतिदिन आ रहा है। उधर लासलगांव (महाराष्ट्र) की विनचुर मंडी में इसकी कीमतें सीजन के निचले स्तर तीन रुपए प्रति किलो पर पहुंच गईं हैं। महाराष्ट्र के नासिक जिले में देश में सबसे ज्यादा प्याज उत्पादन होता है और इसका एशिया का सबसे बड़ा हाजिर बाजार लासलगांव है। प्याज के दाम इस समय उत्पादन लागत से भी कम हो गए हैं। जयपुर फल व सब्जी थोक विक्रेता संघ मुहाना टर्मिनल मार्केट के अध्यक्ष राहुल तंवर ने बताया कि मंडी में नासिक का प्याज 15 से 18 रुपए, भावनगर का प्याज 15 से 17 रुपए तथा सीकर व कुचामन का प्याज 10 से 12 रुपए प्रति किलो थोक में बिक रहा है।

होटल, रेस्टोरेंट बंद होने से डिमांड कमजोर

लासलगांव मंडी में निर्यात की गुणवत्ता वाले प्याज के दाम 9 रुपए प्रति किलो हैं, वहीं इसके औसत दाम 6 रुपए प्रति किलो हैं, जो खरीफ और रबी फसल सीजन का निचला स्तर है। किसान खासकर खरीफ की देर वाली किस्म को बेचने की जल्दबाजी में नजर आ रहे हैं, क्योंकि यह किस्म जल्दी खराब हो जाती है। देश में लॉकडाउन के कारण भोजनालयों के साथ होटल व रेस्टोरेंट, खासकर सड़क के किनारे के ढाबे बंद हो जाने की वजह से प्याज के मांग में 40 प्रतिशत तक की कमी आई है। खुदरा में इस समय प्याज 30 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। मौजूदा थोक भाव का असर अगले 7 से 10 दिन में खुदरा कीमतों पर नजर आने लगेगा। प्याज के किसान इस समय बहुत तनाव में आ गए हैं, क्योंकि वे खेती की लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं।