राज्य की थोक मंडियां 14 अप्रैल तक बंद रहेंगी, आटा, तेल व दाल मिलों में उत्पादन जारी रहेगा

जयपुर, 28 मार्च राजस्थान की सभी थोक मंडियां अब 14 अप्रैल तक बंद रहेंगी। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ की कोर कमेटी ने हाल ही ये निर्णय लिया है कि 30 मार्च से खुलने वाली मंडियां अब 15 अप्रैल को खुलेंगी। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के चेयरमैन बाबूलाल गुप्ता ने बताया कि संघ की कोर कमेटी ने टेलिफोन पर कॉन्फ्रैंस वार्ता कर यह निर्णय लिया। कोर कमेटी में प्रकाश मेहता जोधपुर, रिद्धकरण सेठिया बीकानेर, सुरेश अग्रवाल अलवर, दामोदर अग्रवाल भरतपुर, शांतिलाल प्रतापगढ़, हेमेंन्द्र गंगावत उदयपुर तथा केदारनाथ अग्रवाल जयपुर के अलावा राज्य की 120 मंडियों के अध्यक्ष व मंत्री शामिल हुए। कोर कमेटी आम सभा में परिवर्तित हो गई। सभी मंडियों के अध्यक्ष एवं मंत्रियों का मत था कि न तो व्यापारी मंडियां खोलने के लिए तैयार है और न ही मजदूर मंडियों में आ रहे हैं। सभी मजदूर, मुनीम तथा मैनेजर अपने-अपने गांव चले गए हैं।

चेयरमैन बाबूलाल गुप्ता ने कहा कि सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया गया कि कोरोना वायरस के कारण देश भर में लॉकडाउन के चलते 14 अप्रैल 2020 तक सभी मंडियां बंद रखी जावेंगी। 14 अप्रैल 2020 को संघ के कार्यालय में कार्यकारिणी की बैठक आमंत्रित की जाएगी। गुप्ता ने कहा कि हालांकि आटा, बेसन, दाल, चीनी, तेल, पशु आहार एवं पक्षी आहार के विक्रेता अपनी दुकानें खोलेंगे। ताकि सप्लाई चैन  बाधित नहीं हो। संघ ने सरकार से आग्रह किया है कि आटा मिलों को गेहूं एफसीआई से तथा दाल व तेल मिलों को दलहन व तिलहन नेफैड से शीघ्र उपलब्ध कराया जावे। जिससे आवश्यकतानुसार पूर्ति हो सके। गुप्ता ने प्रदेश की सभी मंडियों के अध्यक्ष एवं मंत्रियों को मुख्यमंत्री सहायता कोष में 10 हजार रुपए प्रति मंडी देने के भी निर्देश दिए। राजस्थान में फिलहाल 250 कृषि उपज मंडियां हैं।