उत्पादन घटने के बावजूद महंगी नहीं होगी चीनी

देश में इस साल 282 लाख टन उत्पादन अनुमान

जयपुर, 5 जुलाई। कई राज्यों में सूखे के कारण इस साल देश में चीनी उत्पादन घटने का अनुमान है। वर्ष 2019-20 में 282 लाख टन चीनी उत्पादन के संकेत हैं। यह तीन साल में सबसे कम उत्पादन होगा। शुगर एंड खांडसारी ट्रेड एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के महामंत्री श्रीबल्ल्भ काबरा कहते हैं कि हालांकि इस साल देश में चीनी का उत्पादन कम है, लेकिन चीनी की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं होगी। इसका मुख्य कारण पिछले सालों की बची हुई चीनी का भंडारण बहुत अधिक मात्रा में है। स्थानीय सूरजपोल मंडी में हाजिर चीनी के भाव वर्तमान में 3350 से 3500 रुपए प्रति क्विंटल खर्चा अलग पर लगभग स्थिर बोले जा रहे हैं।

काबरा ने बताया कि 1 अक्टूबर 2019 से देश की चीनी मिलों के पास 145 लाख टन से ज्यादा चीनी का स्टॉक रहेगा। यह किसी चीनी वर्ष की शुरूआत में पूर्व वर्ष के बचे हुए सामान्य स्टॉक की तुलना में करीब तीन गुना अधिक होगा। लिहाजा नवंबर तक चीनी निर्यात नहीं की गई तो वर्ष 2019-20 में चीनी उत्पादन में गिरावट के बावजूद चीनी की कीमतों पर दबाव बना रहेगा। गौरतलब है कि चीनी सीजन 2018-19 में 1550 करोड़ रुपए खर्च करके सरकार ने 30 लाख टन चीनी का बफर स्टॉक किया था। चीनी उद्योग की मांग है कि निर्यात के लिए प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा जल्द होनी चाहिए।

देश में चीनी उत्पादन

वर्ष           उत्पादन

2017-18      325

2018-19      329.5

2019-20      282

(आंकड़े लाख टन में)

आटा (50 किलो) संस्कार 1280,नमस्कार 1331, सारथी 1281 रुपए जीएसटी पेड। बेसन (50 किलो)लकड़ाजी 2950, सारथी 2900 रुपए। संस्कार 1450, अरावली 1475 रुपए प्रति 25 किलो। लहर एगमार्क मसाले-हल्दी 125, मिर्च 145, धनिया 125 रुपए प्रति किलो। मधुबाला अजवायन 180,मधुबाला पोस्तदाना 725, मधुबाला लौंग675, पोहा लाल गणेश 46, मधुबाला45 रुपए प्रति किलो।