पश्चिम बंगाल की मंडियों में नई लाल तिल्ली की आवक शुरू

इस साल पैदावार ज्यादा, मगर डिमांड के चलते 8000 रुपए क्विंटल पहुंची कीमतें

जयपुर, 23 जून। पश्चिम बंगाल में इन दिनों नई लाल तिल्ली की आवक शुरू हो गई है। बता दें इस बार बंगाल तिल्ली की पैदावार पिछले साल के मुकाबले बेहतर है। मगर ग्वालियर एवं साउथ की डिमांड के चलते लाल तिल्ली के भाव दो सप्ताह के अंतराल में करीब 800 रुपए प्रति क्विंटल उछल गए हैं। वर्तमान में एक्स कोलकाता लाल तिल्ली की कीमतें 8000 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास पहुंच गई हैं। सत्य ट्रेडिंग कंपनी के दिनेश वैद ने बताया कि जुलाई माह में आवक बढ़ने से लाल तिल्ली के भाव नीचे आने की संभावना है। इस बीच देश में सफेद तिल की खेती प्रमुख रूप से गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में बड़े क्षेत्र में की जाती है। सफेद एवं काले तिल की पैदावार सबसे ज्यादा गुजरात में होती है, जो कि कुल उत्पादन का 20 फीसदी पैदा करता है। कानपुर में सफेद तिल की कीमतें इन दिनों तेज बनी हुई हैं। सितंबर के अंत में सफेद तिल की नई फसल बाजार में आ जाती है। पिछले साल इन्हीं दिनों में कानपुर में सफेद तिल के भाव 90 रुपए प्रति किलो थे, जो कि वर्तमान में 120 रुपए प्रति किलो के आसपास चल रहे हैं। चीन, कोरिया एवं यूरोपीय देशों में तिल का सबसे ज्यादा निर्यात होता है। सितंबर के अंत से मकर संक्रांति तक बाजार में इसकी जबरदस्त आवक होती है। चिकित्सकों के अनुसार सफेद तिल में आयरन, कॉपर तथा विटामिन बी-6 पाया जाता है। तिल फाइबर का भी उत्कृष्ट स्रोत है, जो कि कोलेस्ट्राल को कम करने में मदद करता है। दिनेश वैद ने बताया कि जयपुर मंडी में फिलहाल लाल तिल पपड़ी 3750 रुपए तथा लाल तिल डली 5450 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास बेची जा रही है। बिनौला खल 3150 से 3400 रुपए प्रति क्विंटल के इर्द गिर्द घूम रही हैं, जबकि मक्का खल के भाव 3550 रुपए प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं।