बिनौला खल एक सप्ताह के दौरान 150 रुपए प्रति क्विंटल टूटी

बंगाल तिल्ली के एक्स कोलकाता भाव 9000 से 9200 रुपए प्रति क्विंटल

जयपुर, 11 अगस्त। पशु पालकों की मांग कमजोर पड़ने से स्थानीय कैटलफीड मार्केट में बिनौला खल में एक सप्ताह के दौरान 150 रुपए निकल गए हैं। जयपुर मंडी में शुक्रवार को बिनौला खल 2900 से 3200 रुपए प्रति क्विंटल पर घटाकर बेची जा रही थी। सत्य ट्रेडिंग कंपनी के दिनेश वैद ने बताया कि ग्राहकी कम होने से लाल तिल पपड़ी एवं डली के भावों में भी गिरावट का रुख देखा गया। लाल तिल पपड़ी 3600 रुपए तथा लाल तिल डली के भाव 5100 रुपए प्रति क्विंटल बताए गए। इन दोनों में क्रमश: 200-200 रुपए प्रति क्विंटल की नरमी दर्ज की गई है। बंगाल तिल्ली के एक्स कोलकाता भाव वर्तमान में 9000 से 9200 रुपए प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं। राजस्थान की तेल मिलों में फिलहाल बंगाल तिल्ली का पड़ता नहीं लग रहा है। सरसों खल प्लांट 2700 रुपए प्रति क्विंटल बिकने के समाचार हैं। इस बीच वर्ष 2022-23 के दौरान भारतीय सरसों खल की डिमांड अंतरराष्ट्रीय बाजार में अच्छी बनी हुई है। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अनुसार इस समय भारत दक्षिण कोरिया, वियतनाम, थाईलैंड और अन्य देशों को प्रतिस्पर्धी भावों पर सरसों खल का निर्यात कर रहा है। ध्यान रहे भारतीय सरसों खल सस्ती होने से इसका निर्यात तेजी से बढ़ रहा है। एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार भारत ने वर्ष 2022-23 की अप्रैल-दिसंबर की अवधि में 16.71 लाख टन सरसों खल का निर्यात किया है। जो पूर्व वर्ष की समान अवधि के निर्यात 7.13 लाख टन से दुगुने से भी अधिक है। यह पिछले वत्तीय वर्ष में निर्यात हुई कुल 11.3 लाख टन सरसों खली से भी 50 फीसदी ज्यादा है। सरसों खल के निर्यात ने वर्ष 2011-12 के पिछले सारे रिकार्ड को भी तोड़ दिया है। सैंट्रल ऑर्गेनाईजेशन फॉर ऑयल इंडस्ट्री एंड ट्रेड के अनुसार चालू वित्त वर्ष में सरसों खल का रिकार्ड एक्सपोर्ट होगा और यह 20 लाख टन को पार कर सकता है।