उत्तर प्रदेश में साठी धान की पैदावार 50 फीसदी से ज्यादा

सेला 1509 चावल 800 रुपए नीचे आकर 7000 रुपए प्रति क्विंटल बिका

जयपुर, 12 जून। उत्तर प्रदेश में इस साल साठी धान का उत्पादन 50 फीसदी से अधिक होने का अनुमान है। परिणामस्वरूप इसकी कीमतों में निरंतर मंदी का रुख देखा जा रहा है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के काशीपुर, टांडा, रुद्रपुर, बिलासपुर एवं किच्छा सहित उत्तरांचल के तराई वाले क्षेत्रों में किसानों ने साठी धान की बिजाई 60 से 70 फीसदी ज्यादी की थी। धान की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता भी बढ़ने के समाचार मंडियों से मिल रहे हैं। समय-समय पर बारिश होने से चावल की पकाई एवं लैंथ भी बढ़िया आ रही है। उत्पादक मंडियों में पिछले एक-डेढ़ सप्ताह से नए धान की आवक प्रारंभ हो गई है। धान 1509 काशीपुर-किच्छा लाइन में नीचे में 3650 रुपए प्रति क्विंटल हरियाणा पहुंच बिकने के बाद वर्तमान में इसके भाव 3150 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास रह गए हैं। यही कारण है कि सेला 1509 चावल पिछले एक सप्ताह के अंतराल में  तकरीबन 800 रुपए नीचे आकर 7000 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास बिकने लगा है। फिलहाल नया सेला राइस मिलों में कम बन रहा है। इसके स्थान पर  शरबती स्टीम निकलने लगा है। उत्तर प्रदेश की चावल मिलों में शरबती सेला के भाव 4050 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास बोले जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि सेला एवं कच्चे शरबती चावल में और गिरावट के आसार बन रहे हैं। हालांकि जयपुर की सूरजपोल मंडी में सोमवार को 1121 गोल्डन सेला बासमती चावल के भाव 95 से 97 रुपए प्रति किलो पर लगभग स्थिरता लिए हुए थे। यद्दपि 1121 चावल का व्यापार इन दिनों कमजोर बताया जा रहा है।