मंदी के आसार नहीं, और महंगा हो सकता है जीरा

खुदरा में 750 से 850 रुपए प्रति किलो पहुंची कीमतें

गुजरात एवं राजस्थान की मंडियों में निरंतर घट रही जीरे की दैनिक आवक

जयपुर, 2 अगस्त। जीरे की कीमतों में फिलहाल मंदी के आसार नहीं हैं। रिटेल काउंटर्स पर जीरा 750 से 850 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। देखा जाए तो जीरे के भाव इन दिनों काजू एवं बादाम से भी ऊपर निकल गए हैं। कमजोर डिमांड के चलते हालांकि थोक बाजारों में जीरा 20 रुपए प्रति किलो मंदा भी हुआ है, लेकिन आज फिर से भाव उछल गए हैं। जयपुर मंडी में बुधवार को थोक में मीडियम मशीनक्लीन जीरा 650 रुपए जीएसटी अलग में व्यापार हुआ है। इसी प्रकार बेस्ट मशीनक्लीन जीरा 680 रुपए प्रति किलो तथा जीएसटी अलग में बेचा जा रहा है। गुजरात एवं राजस्थान में जीरे की पैदावार सबसे ज्यादा होती है। हालिया बारिश ने इन दोनों राज्यों में जीरे की खेती पर विपरीत असर डाला है। लिहाजा जीरे में फिलहाल तो मंदी की संभावना नहीं है। एनसीडैक्स पर भी जीरा महंगा हो रहा है। गुजरात की ऊंझा मंडी में दो साल पूर्व इन्हीं दिनों में प्रतिदिन 6 हजार बोरी जीरा उतरता था, जबकि वर्तमान में वहां पर जीरे की दैनिक आवक 25 फीसदी भी नहीं है। इसी प्रकार राजस्थान की सभी मंडियों में जीरे की दैनिक आवक एक हजार बोरी से अधिक नहीं है। जानकारों का कहना है कि बारिश के बाद जीरे की डिमांड रहेगी। उस समय जीरे की कीमतें और उछल सकती हैं। फैडरेशन ऑफ इंडियन स्पाइस स्टेक होल्डर्स के एक अनुमान के अनुसार वर्ष 2022-23 में देश में 76 लाख बोरी जीरे का उत्पादन होने के आसार हैं। अनुमान में कहा गया है कि पिछले साल की तुलना में इस वर्ष जीरे का उत्पादन 28 फीसदी बढ़ सकता है। मगर हालिया बारिश के बाद उत्पादन पर आशंका के बादल मंडराने लगे हैं। गौरतलब है कि राजस्थान और गुजरात में जीरे की खेती का रकबा इस साल बढ़ा है, लेकिन उत्पादन पर बारिश की मार बन सकती है। जीरे के साथ-साथ सौंफ कीमतें भी लगातार उछल रही हैं। रिटेल में ग्रीन सौंफ 450 से 500 रुपए प्रति किलो बिकने लगी है।