दो दिवसीय रबी तेल तिलहन सेमिनार जयपुर में 11 मार्च से

किसान, प्रोसेसर्स एवं स्टॉकिस्टों के पास 17.50 लाख टन सरसों उपलब्धं

जयपुर, 6 दिसंबरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली तेल तिलहन रबी सेमिनार 11 एवं 12 मार्च को जयपुर में होगी। सेमिनार का आयोजन सैंट्रल आर्गेनाइजेशन ऑफ ऑयल एंड ट्रेड (कुईट) एवं मस्टर्ड ऑयल प्रॉड्यूशर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (मोपा) के संयुक्त तत्वावधान में किया जाएगा। यह निर्णय कुईट के चेयरमैन सुरेश नागपाल एवं मोपा के नेशनल प्रेसीडेंट बाबूलाल डाटा ने साधारण सभा की बैठक लिया गया। मोपा द्वारा आयोजित इस साधारण सभा में आगरा, दिल्ली, भरतपुर, जयपुर, अलवर एवं श्रीगंगानगर से बड़ी संख्या में आए ऑयल मिलर्स ने हिस्सा लिया। इस मौके पर मरुधर ट्रेडिंग एजेंसी के अनिल चतर को क्रॉप एस्टीमेट कमेटी का सर्व सम्मति से चेयरमैन नियुक्त किया गया। गौरतलब है कि पिछले वर्ष देश में 111 लाख टन सरसों का उत्पादन हुआ था। इसमें से 30 नवंबर तक 94.50 लाख टन सरसों मंडियों में आ चुकी है। इसमें भी 90.50 लाख टन सरसों सीड की पेराई हो चुकी है। इस प्रकार वर्तमान में किसानों के पास 13.50 लाख टन तथा प्रोसेसर्स एवं स्टॉकिस्टों के पास 4 लाख टन सरसों उपलब्ध है।

जीएम सीड का भारी विरोध- मोपा की साधारण सभा में सभी मिलर्स ने जीएम सीड का एक मत से विरोध किया। मोपा के महासचिव कृष्ण कुमार अग्रवाल ने कहा कि जीएम मस्टर्ड सरसों तेल के प्राकृतिक गुणों को समाप्त कर देगी। साथ ही मानव शरीर की संरचना पर भी इसका गंभीर प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कई देशों ने तो जीएम पैदावार बिल्कुल समाप्त कर दी है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा जीएम मस्टर्ड के परीक्षण पर स्टे देने पर सभी ने धन्यवाद दिया।