प्रीमियम क्वालिटी की चाय में 15 फीसदी तक तेजी

सूखे के कारण मई में पैदावार घटने की आशंका

जयपुर, 30 मई। असम और पश्चिम बंगाल में सूखे के कारण इस साल मई माह में देश में चाय उत्पादन करीब 25 फीसदी घटने की आशंका है। यह वर्ष का वह समय है जब दूसरी फ्लश चाय का उत्पादन पीक पर होता है। देश में चाय का काफी बड़ा हिस्सा इसी दौरान पैदा होता है। विद्दाधर नगर स्थित इंडियन एग्रो प्रॉडक्ट्स के एमडी कमलेश अग्रवाल ने बताया कि इन दिनों असम और पश्चिम बंगाल में मौसम बहुत ड्राई है। यह चाय की फसल को प्रभावित कर रहा है। इस तरह के मौसम की स्थिति मई के दूसरे सप्ताह से जारी है।पिछले साल मई में असम के चाय बागानों ने 6.25  करोड़ किलोग्राम चाय का उत्पादन किया था, जबकि पश्चिम बंगाल के बागानों में उत्पादन 3.32 करोड़ किलोग्राम था। मई 2017 में कुल उत्पादन करीब 12.351 करोड़ किलोग्राम था।बाकी चाय का उत्पादन दक्षिण भारतीय चाय बागानों ने किया। अग्रवाल ने कहा कि अच्छी क्वालिटी वाली चाय की कीमतों में 10 से 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि मीडियम क्वालिटी की चायके भाव स्थिर हैं। वर्ष 2017 में भारत ने1321.76 मिलियन किलोग्राम की रिकॉर्ड फसल का उत्पादन किया था। इसमें छोटे उत्पादकों का योगदान करीब 47 फीसदी था। इस साल दूसरे फ्लश की चाय काफी देर से पैदा हो रही है। इसमें एक सप्ताह देर हो चुकी है। अब तक भारत ने पाकिस्तान और पश्चिम एशिया में थोड़ी मात्रा में चाय निर्यात की है। जानकारों काकहना है कि अच्छी गुणवत्ता वाली चाय की मांग इन दिनों बेहतर है।