रोलर फ्लोर मिलों में बढ़ रहा मैदा का स्टॉक, बिक्री नहीं

गणगौर ब्रांड मल्टीग्रेन आटा एवं काले गेहूं का आटा बाजार में  

जयपुर, 9 जून। गेहूं की कीमतों में एक बार फिर से मंदी का रुख देखा जा रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा गरीबों को गरीब कल्याण योजना के तहत प्रति माह पांच किलो गेहूं प्रति सदस्य दिए जाने की घोषणा से गेहूं 40 रुपए टूट गया। इसके मिल डिलीवरी भाव 1790 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। आटा, मैदा एवं सूजी की बिक्री इन दिनों ठंडी चल रही है। मित्तल दलिया के निर्माता मुकुल मित्तल ने बताया कि उत्पादन बेपड़ता होने से चक्की आटे के भाव नीचे आ गए हैं। मित्तल दलिया 2350 रुपए प्रति क्विंटल बेचा जा रहा है। जानकारों का कहना है कि राजस्थान के मार्केट में दो बड़े दिग्गज आटा, मैदा एवं सूजी की बिक्री भाव घटाकर कर रहे हैं। लिहाजा मैदा व सूजी के छोटे ब्रांडों की फिलहाल बिक्री नहीं के बराबर चल रही है। प्लांटों में मैदा का स्टॉक निरंतर बढ़ता जा रहा है। घटे दामों पर भी मैदा की बिक्री नहीं है। इसे देखते हुए छोटे प्लांट वाले अपनी इंडस्ट्री को छह घंटे ही चला रहे हैं। इस बीच नई-नई कंपनियां आटा, मैदा, सूजी, बेसन की लॉन्चिग कर रही हैं। पतंजलि जैसे ब्रांड पहले ही बाजार में हैं। इस बीच गणगौर ब्रांड मल्टीग्रेन आटा एवं काले गेहूं का आटा बाजार में पहले ही लॉन्च किया जा चुका है। उधर रूचि सोया इंडस्ट्रीज शुरुआत में पतंजलि तथा न्यूट्रेला ब्रांड के तहत स्वास्थ्य से जुड़े 10 खाद्य उत्पाद बाजार में उतारेगी।