व्यापारियों ने किया वायदा व्यापार का समय बढ़ाने का भारी विरोध

मोपा ने कहा सेबी के इस निर्णय से सट्‌टा प्रवृति और बढ़ेगी

जयपुर 27 दिसंबर। मस्टर्ड ऑयल प्रॉड्यूशर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया(मोपा) ने कमोडिटीज एक्सचेंजों द्वारा वायदा व्यापार का समय बढ़ाए जाने का पुरजोर विरोध किया है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) एवं नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज(एनसीडैक्स) द्वारा वायदा व्यापार के समय में की गई बढ़ोतरी का देश के व्यापारी भारी विरोध कर रहे हैं। सीक्यूरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया(सेबी) को भेजे ज्ञापन में मोपा के अध्यक्ष बाबूलाल डाटा एवं सचिव के.के. अग्रवाल ने कहा कि सामान्यतया देश की मंडियों का व्यापारिक समय प्रात: 11 बजे से शाम 4 बजे तक होता है। सेबी के इस निर्णय से कार्य की समय सीमा बढ़कर 12घंटे हो जाएगी, जिससे व्यापारियों की निजी जिंदगी में व्यवधान पैदा होगा। गौरतलब है कि कमोडिटीज एक्सचेंजों का समय 1 जनवरी से प्रात: 9 बजे से रात्रि 9बजे तक होने जा रहा है। डाटा ने कहा कि वायदा व्यापार का समय बढ़ाने के निर्णय से सट्‌टा प्रवृति को ही बढ़ावा मिलेगा। संयुक्त सचिव अनिल चतर तथा कोषाध्यक्ष पारस जैन ने बताया कि सेबी का यह निर्णय कई स्थानीय कानूनों के विरूद्ध होगा। जैसे दुकान एवं कार्यालय खोलने व बंद होने का समय सरकार द्वारा निर्धारित है, इसके उल्लंघन पर दंडनीय कार्रवाई का प्रावधान है। इससे व्यापारियों के संस्थागत खर्चे भी बढेंगे। महिला, वरिष्ठ नागरिक एवं दिव्यांग स्टाफ की सुरक्षा समस्या से निपटना भी एक चुनौती से कम नहीं होगा। व्यापारियों का कहना है कि वायदा व्यापार का समय बढ़ाना उचित नहीं है। इससे व्यापारियों के साथ-साथ किसानों की जीवन शैली भी प्रभावित होगी। मोपा ने कहा है कि सेबी ने समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई तो कारोबारी आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे।