राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में चने की बेहतर पैदावार

नेफैड के पास 20 लाख टन का स्टॉक, मंदी के संकेत

जयपुर 10 फरवरी। मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र की मंडियों में इन दिनों नए चने की आवक शुरू हो गई है। यद्दपि अभी नमी वाला चना ज्यादा आ रहा है। राजस्थान के प्रतापगढ़ (बांसवाड़ा) में भी नए चने ने दस्तक दे दी है। मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में इस वर्ष चने की पैदावार बेहतर बताई जा रही है, जबकि महाराष्ट्र में कमजोर फसल के समाचार मिल रहे हैं। सिंघल दाल मिल के कमल अग्रवाल ने बताया कि मध्य प्रदेश की अशोक नगर, गाडरवाड़ा, खातेगांव, कन्नौज, हरदा, खंडवा, खिरकियां तथा उज्जैन में प्रतिदिन करीब 6 हजार बोरी नया चना आ रहा है। इसके लूज भाव 3700 से 4000 रुपए प्रति क्विंटल एवं नमी 10 से 15 फीसदी तक बताई जा रही है। उधर महाराष्ट्र की दरियापुर, आकोट एवं लातूर मंडी में 15 हजार बोरी चना प्रतिदिन उतरने की खबर है। महाराष्ट्र का अधिकांश चना दिल्ली एवं पंजाब जा रहा है। इसी प्रकार साउथ की मंडियों में 5 हजार बोरी चने की दैनिक आवक हो रही है। इस बीच नेफैड का चना बाजार में बहुतायत मात्रा में आ रहा है। इसके भाव 4150 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास बताए जा रहे हैं। नेफैड द्वारा बड़े व्यापारियों को चना सस्ता दिए से छोटे व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। बालाजी इंटरनेशनल एग्रो इंडस्ट्रीज के मुरलीधर गर्ग ने नई दिल्ली स्थित नेफैड को भेजी शिकायत में कहा है कि एक साथ 3000 टन (30 हजार बोरी) क्रय करने वालों को विभाग 4062 रुपए प्रति क्विंटल पर चने की बिक्री कर रहा है, जबकि 100-300 टन चना लेने वालों को 4100 रुपए में भी सरकार चना नहीं दे रही है। उन्हें नेफैड से 4200 रुपए प्रति क्विंटल में ही चना खरीदना पड़ रहा है। बड़े उद्दमियों को फायदा पहुंचाने की विभाग की यह कार्रवाई सरासर गलत है।

नेफैड के पास चने का भारी स्टॉक

प्राप्त जानकारी के अनुसार नेफैड के पास फिलहाल 20 लाख टन चने का स्टॉक है। इसे देखते हुए चने में जोरदार नरमी के आसार व्यक्त किए जा रहे हैं। जैसे-जैसे मंडियों में आवक बढ़ेगी चने की कीमतें भी नीचे आएंगी। नेफैड के पास वर्ष 2017 का चना भी स्टॉक में है, जिसे पीडीएफ में दिया जा रहा है।