इस वर्ष घट सकता है ग्वार का बिजाई रकबा

डिमांड नहीं होने के बावजूद ग्वार गम मजबूत

जयपुर, 14 मई। हालांकि इन दिनों ग्वार व ग्वार गम में निर्यात एवं औद्योगिक मांग कमजोर चल रही है, फिर भी इसकी कीमतों में मंदी के आसार नहीं हैं। वर्तमान में अधिकांश कृषि जिंसों की मिनीमम सपोर्ट प्राईस ज्यादा होने के कारण ग्वार की बिजाई इस साल कम होने की आशंका है। जोधपुर खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के अध्यक्ष प्रकाश मेहता कहते हैं कि पिछले दो साल से ग्वार की पैदावार लगातार घट रही है, जिससे स्टॉक में भी कमी आई है। इस बीच जोधपुर डिलीवरी ग्वार गम मंगलवार को हाजिर में 9050 रुपए तथा ग्वार सीड बीकानेर लाइन के भाव 4425 रुपए प्रति क्विंटल पर मामूली नरमी लिए हुए थे। उधर एनसीडैक्स पर ग्वार गम जून वायदा 33 रुपए की नरमी के साथ 9018 रुपए तथा ग्वार सीड जेन वायदा 18.50 रुपए घटकर 4489 रुपए प्रति क्विंटल पर कारोबार कर रहे थे।

उल्लेखनीय है कि ग्वार गम का एक्सपोर्ट मुख्य रूप से अमेरिका, चीन, फ्रांस, थाईलैंड, रूस एवं टर्की आदि देशों को होता है। एपिडा के अनुसार वर्ष 2018-19 अप्रैल से मार्च की अवधि के दौरान ग्वार गम का 5 लाख 13 हजार 218 टन का निर्यात हुआ, जबकि पूर्व वर्ष में  इसी अवधि में 4 लाख 94 हजार 125 टन ग्वार गम का निर्यात हुआ था। यद्दपि उक्त अवधि में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव तीन-चार डॉलर घटकर 62 डॉलर प्रति बैरल हो गए थे। इसलिए कहा जा सकता है कि वर्तमान हालात को देखते हुए ग्वार व ग्वार गम में मंदी के आसार नहीं हैं। जानकार बताते हैं कि वर्तमान में निर्यात एवं औद्योगिक मांग कमजोर होने के बावजूद ग्वार गम में उल्लेखनीय गिरावट नहीं आ सकी है।