बढ़ते खाद्य तेल आयात से रिफाइनिंग इकाईयां संकट में

देश में मार्च 2019 के दौरान 26 फीसदी बढ़ा इम्पोर्ट

जयपुर, 20 अप्रैल। देश में वनस्पति तेलों का आयात बढ़ने से घरेलू रिफाइनिंग इकाईयों के सामने संकट और गहराता जा रहा है। मार्च 2019 के दौरान भारत में वनस्पति तेलों के आयात में 26 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह बढ़कर14.50 लाख टन हो गया है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 11.50लाख टन था। मस्टर्ड ऑयल प्रोड्यूशर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (मोपा) के अध्यक्ष बाबूलाल डाटा एवं संयुक्त सचिव अनिल चतर ने कहा कि वनस्पति तेलों के बढ़ते आयात को नहीं रोका गया तो खाद्य तेल उद्योग के सामने मुसीबत खड़ी हो जाएगी।

गौरतलब है कि भारत की लगभग 60फीसदी वनस्पति तेलों की डिमांड मुख्य रूप से मलेशिया, इंडोनेशिया और अर्जेंटीना से आयात के जरिये पूरी की जाती है। इनके आयात में लगातार बढ़ोतरी ने घरेलू तिलहन पेराई और रिफाइनिंग इकाईयों के सामने परेशानी पैदा कर दी है। चूंकि आयातित रिफाइंड तेल घरेलू तेल के उत्पादन के मुकाबले सस्ता पड़ता है। लिहाजा यहां की पैकेजिंग यूनिट अच्छे मार्जिन के लिए रिफाइंड तेल का आयात करती हैं। यही कारण है कि घरेलू रिफाइनिंग उद्योग ने अपनी उत्पादन क्षमता 60 फीसदी तक घटा दी है। डाटा कहते हैं कि वनस्पति तेलों का इम्पोर्ट बढ़ाना भारतीय रिफाइनरियों और तिलहन किसानों दोनों के लिए चिंता का विषय रहता है। लिहाजा इसकी आपूर्ति पर अंकुश जरूरी है। चतर ने बताया कि खाद्य तेलों के बढ़ते आयात का सरसों सीड की कीमतों पर गंभीर असर पड़ा है। हाजिर बाजार में सरसों के दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य से करीब 800 रुपए प्रति क्विंटल नीचे चल रहे हैं।

देशी घी पारस 335 रुपए प्रति लीटर। महान 5350, श्रीसरस 5000, कृष्णा5280, गोकुल 5050, इंडाना 4800,बिलौना 5025, डेयरी फ्रैश 4975, वंडर5000, बाबा (काऊ) 5150, बाबा(बफेलो) 5000 रुपए प्रति 15 किलो।वनस्पति अशोका (15 लीटर) 870रुपए। सरसों तेल ज्योति किरण 1370,राघव 1400, कबीरा 1430, नेताजी1405, पवन 1360 रुपए। तिल्ली तेलकबीरा 3500 रुपए प्रति 15 किलो।सोयाबीन रिफाइंड चंबल 1360,दीपज्योति 1310, पवन 1300, नेताजी1305 रुपए प्रति 15 किलो। मूंगफली फिल्टर स्वदेशी 1720 रुपए प्रति 15किलो। मूंगफली रिफाइंड नेताजी1850, कबीरा 1880 रुपए प्रति 15लीटर।