सर्द मौसम में तालाबों से फूल मखाने की निकासी बंद

एक माह में 100 रुपए प्रति किलो की तेजी, और महंगा होगा मखाना

जयपुर, 27 दिसंबरउत्पादन केन्द्रों पर कड़ाके की ठंड पड़ने से इन दिनों तालाबों से फूल मखाने की निकासी बंद हो गई है। लिहाजा स्टॉकिस्ट भाव बढ़ाकर फूल मखाने का व्यापार कर रहे हैं। चालू माह के दौरान मखाना नीचे भावों से करीब 100 रुपए प्रति किलो उछल गया है। जयपुर किराना एवं ड्राई फ्रूट मार्केट में बाल राजभोग फूल मखाने के भाव 20 रुपए की तेजी के साथ 375 रुपए प्रति किलो पहुंच गए हैं। हंसराज अग्रवाल एंड कंपनी के हंसराज अग्रवाल ने बताया कि तैयार फूल मखाने का मंदा समाप्त हो गया है तथा आने वाले एक माह में 100 रुपए प्रति किलो की तेजी और संभावित है। अग्रवाल ने कहा कि गुलाब बाग, दरभंगा, पूर्णिया, हरदा, हरिश्चन्द्रपुर तथा काढ़ागोला आदि मंडियों में भी मखाने के भाव बढ़ाकर बोले जा रहे हैं। जानकारों के अनुसार लगभग 80 प्रतिशत मखाना बड़े कारोबारियों द्वारा स्टॉक कर लिया गया है। उत्तर भारत के स्टॉकिस्टों ने भी मखाने का पहले ही स्टॉक कर लिया था। नया फूल मखाना जुलाई-अगस्त में आएगा। इसे देखते हुए मखाने में अब मंदी के आसार समाप्त हो गए हैं। हालांकि फूल मखाने का उत्पादन इस बार अधिक होने से स्टॉक में माल जरूर पड़ा हुआ है, लेकिन वह मजबूत हाथों में है। उधर दो सालों से उत्तर भारत के स्टॉकिस्ट माल नहीं खरीद रहे हैं। जिससे उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब एवं राजस्थान की मंडियों में मखाने का ज्यादा स्टॉक नहीं है। तथा खपत के लिए लंबा समय बाकी है। इस बीच तालाबों से मखाने की निकासी बंद हो गई है। सर्दी में कामगार तालाबों में निकासी के लिए नहीं जा रहे हैं। इसके अलावा वर्तमान भावों पर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्नैक्स कंपनियों की लिवाली फूल मखाने में अच्छी निकल रही है। लिहाजा कहा जा सकता है कि निकट भविष्य में फूल मखाने की कीमतों में और मजबूती बन सकती है।